राजस्थान मेडिकल यूनिवर्सिटी की ओर से अधूरे संसाधनों और आनन फानन में पहली बार ऑनलाइन कराई आरपीएमटी परीक्षा विद्यार्थियों के लिए आफत बन गई है। आन्सर की में 59 सवालों के उत्तर गलत देने के बदले छात्रों को मंगलवार शाम दिए बोनस अंकों में भारी घालमेल सामने आया है। 28, 29 और 30 मई को हुई परीक्षा में 44,000 छात्र बैठे थे, जिनके लिए पूरे कंप्यूटर न होने के बावजूद परीक्षा ऑनलाइन कराई गई।
इससे परीक्षा 6 बैच में हुई और हर बार अलग पेपर आया। कभी कठिन, कभी आसान। 29 मई के स्लॉट एक में आयोजित इस बैच की परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को प्रति प्रश्न चार अंकों के हिसाब से एकमुश्त 76 अंक मुफ्त में मिल गए। 28 मई को स्लॉट एक में आयोजित बैच के अभ्यर्थियों को बोनस अंक के रूप में मात्र 16 ही अंक ही मिले हैं।
विद्यार्थियों और अभिभावकों का तर्क है कि बोनस अंकों का प्रावधान एक ही बैच में आयोजित परीक्षा में होना चाहिए। अलग-अलग में होने की स्थिति में गलत प्रश्नों को निकालकर शेष प्रश्नों में प्राप्त किए अंकों के आधार पर नंबर दिए जाने चाहिए, न कि एकमुश्त। इस बारे में अभ्यर्थी यूनिवर्सिटी से संपर्क करते रहे, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
विश्वसनीयता पर इसलिए बड़े सवाल
कंप्यूटर पूरे न होने के कारण परीक्षा 6 बैच में हुई, जिससे स्केलिंग फॉर्मूला अपनाना पड़ा
स्केलिंग फॉर्मूला भी वही अपनया जो पहले से ही विवादों में है।
यूनिवर्सिटी ने फॉर्मूले के संबंध में भी पूरी पारदर्शिता नहीं बरती।
एआईपीएमटी जैसी परीक्षा में ओएमआरशीट दी गई, लेकिन इसमें नहीं दी गई।
बोनस अंकों में असमानता से परीक्षा सवालों के घेरे में।
प्रदेश भर के हजारों विद्यार्थियों एवं अभिभावकों में भारी रोष है।
नहीं मिला कोई माकूल जवाब
यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ.राजाबाबू पंवार से उनके दफ्तर, मोबाइल नंबर और उनके निजी सचिव के जरिये संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। परीक्षा संयोजक डॉ.डी.के.गुप्ता का फोन देर रात तक स्विच ऑफ आता रहा।
हल ऎसे संभव
यूनिवर्सिटी को सभी विद्यार्थियों को समानीकरण फॉर्मूला अपनाते हुए एक से नंबर देने चाहिए। जिससे समाधान हो सकता है।
डॉ.राजेश शर्मा, पूर्व संयोजक, आरपीएमटी
जिम्मेदार बचते रहे
इस बारे में मैं कुछ नहीं बता सकती। आप परीक्षा संयोजक से बात कीजिए, वे ही सब कुछ विस्तार से बता सकते हैं। परीक्षा से संबंधित पूरा काम उन्होंने ही देखा है।
अनुप्रेरणा कुंतल, रजिस्ट्रार, मेडिकल यूनिवर्सिटी
यह है अंकों का बिगड़ा गणित
28 मई स्लॉट एक
बोनस अंक - 16
रसायन शास्त्र : प्रश्न संख्या 37
जीव विज्ञान : प्रश्न संख्या 59, 60, 68
28 मई स्लॉट दो
बोनस अंक - 52
रसायन शास्त्र : प्रश्न संख्या 1, 10, 40, 43
जीव विज्ञान : प्रश्न संख्या 62, 70, 107, 149, 152, 172, 181 भौतिक विज्ञान : प्रश्न संख्या - 196
29 मई स्लॉट एक
बोनस अंक - 76
रसायन शास्त्र : प्रश्न संख्या 29, 36
जीव विज्ञान : प्रश्न संख्या 55, 83, 97, 100, 102, 113, 117, 132
भौतिक शास्त्र : प्रश्न संख्या 156, 159, 164, 173, 176, 184, 186, 192, 193
29 मई स्लॉट दो
बोनस अंक - 24
रसायन शास्त्र : प्रश्न संख्या 5 भौतिक शास्त्र : 179
जीव विज्ञान : प्रश्न संख्या 53, 54, 56, 69
30 मई स्लॉट एक
बोनस अंक - 36
रसायन शास्त्र : प्रश्न संख्या 18, 19, 39
जीव विज्ञान : प्रश्न संख्या 66, 111, 116, 134, 162, 164
इससे परीक्षा 6 बैच में हुई और हर बार अलग पेपर आया। कभी कठिन, कभी आसान। 29 मई के स्लॉट एक में आयोजित इस बैच की परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को प्रति प्रश्न चार अंकों के हिसाब से एकमुश्त 76 अंक मुफ्त में मिल गए। 28 मई को स्लॉट एक में आयोजित बैच के अभ्यर्थियों को बोनस अंक के रूप में मात्र 16 ही अंक ही मिले हैं।
विद्यार्थियों और अभिभावकों का तर्क है कि बोनस अंकों का प्रावधान एक ही बैच में आयोजित परीक्षा में होना चाहिए। अलग-अलग में होने की स्थिति में गलत प्रश्नों को निकालकर शेष प्रश्नों में प्राप्त किए अंकों के आधार पर नंबर दिए जाने चाहिए, न कि एकमुश्त। इस बारे में अभ्यर्थी यूनिवर्सिटी से संपर्क करते रहे, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
विश्वसनीयता पर इसलिए बड़े सवाल
कंप्यूटर पूरे न होने के कारण परीक्षा 6 बैच में हुई, जिससे स्केलिंग फॉर्मूला अपनाना पड़ा
स्केलिंग फॉर्मूला भी वही अपनया जो पहले से ही विवादों में है।
यूनिवर्सिटी ने फॉर्मूले के संबंध में भी पूरी पारदर्शिता नहीं बरती।
एआईपीएमटी जैसी परीक्षा में ओएमआरशीट दी गई, लेकिन इसमें नहीं दी गई।
बोनस अंकों में असमानता से परीक्षा सवालों के घेरे में।
प्रदेश भर के हजारों विद्यार्थियों एवं अभिभावकों में भारी रोष है।
नहीं मिला कोई माकूल जवाब
यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ.राजाबाबू पंवार से उनके दफ्तर, मोबाइल नंबर और उनके निजी सचिव के जरिये संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। परीक्षा संयोजक डॉ.डी.के.गुप्ता का फोन देर रात तक स्विच ऑफ आता रहा।
हल ऎसे संभव
यूनिवर्सिटी को सभी विद्यार्थियों को समानीकरण फॉर्मूला अपनाते हुए एक से नंबर देने चाहिए। जिससे समाधान हो सकता है।
डॉ.राजेश शर्मा, पूर्व संयोजक, आरपीएमटी
जिम्मेदार बचते रहे
इस बारे में मैं कुछ नहीं बता सकती। आप परीक्षा संयोजक से बात कीजिए, वे ही सब कुछ विस्तार से बता सकते हैं। परीक्षा से संबंधित पूरा काम उन्होंने ही देखा है।
अनुप्रेरणा कुंतल, रजिस्ट्रार, मेडिकल यूनिवर्सिटी
यह है अंकों का बिगड़ा गणित
28 मई स्लॉट एक
बोनस अंक - 16
रसायन शास्त्र : प्रश्न संख्या 37
जीव विज्ञान : प्रश्न संख्या 59, 60, 68
28 मई स्लॉट दो
बोनस अंक - 52
रसायन शास्त्र : प्रश्न संख्या 1, 10, 40, 43
जीव विज्ञान : प्रश्न संख्या 62, 70, 107, 149, 152, 172, 181 भौतिक विज्ञान : प्रश्न संख्या - 196
29 मई स्लॉट एक
बोनस अंक - 76
रसायन शास्त्र : प्रश्न संख्या 29, 36
जीव विज्ञान : प्रश्न संख्या 55, 83, 97, 100, 102, 113, 117, 132
भौतिक शास्त्र : प्रश्न संख्या 156, 159, 164, 173, 176, 184, 186, 192, 193
29 मई स्लॉट दो
बोनस अंक - 24
रसायन शास्त्र : प्रश्न संख्या 5 भौतिक शास्त्र : 179
जीव विज्ञान : प्रश्न संख्या 53, 54, 56, 69
30 मई स्लॉट एक
बोनस अंक - 36
रसायन शास्त्र : प्रश्न संख्या 18, 19, 39
जीव विज्ञान : प्रश्न संख्या 66, 111, 116, 134, 162, 164
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